4 जनवरी की महत्त्वपूर्ण घटनाएँ (Important events of 4th January)

4 जनवरी की महत्त्वपूर्ण घटनाएँ

  1. 2020 - केन्द्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने नयी दिल्ली विश्व पुस्तक मेले का उद्घाटन किया। यह नयी दिल्ली विश्व पुस्तक मेला का 28वां संस्करण था, जिसकी थीम 'गांधी: लेखकों के लेखक' रखी गयी थी।
  2. 2020 - भारतीय ऑल-राउंडर इरफ़ान पठान ने क्रिकेट के सभी प्रारूपों से संन्यास लेने की घोषणा की।
  3. 2010 - भारत में 'स्टॉक एक्सचेंज बोर्ड ऑफ इंडिया' के आदेश पर शेयर बाज़ारों के खुलने का समय एक घंटा पहले सुबह 9 बजे कर दिया गया।
  4. 2009 - पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी ने यूपीए से नाता तोड़ा।
  5. 2008 - गुजरात में तत्कालीन मुख्यमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मंत्रीमण्डल में 18 नए मंत्रियों को पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलायी।
  6. 2008 - अमेरिका ने श्रीलंका को सैन्य उपकरणों और सेवाओं की आपूर्ति पर रोक लगायी।
  7. 2006 - दुबई के शासक शेख़ मक्तूम बिन रशीद अल मकतूम का निधन।
  8. 2004 - भारत के प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी और पाक प्रधानमंत्री जमाली के बीच इस्लामाबाद में वार्ता आयोजित।
  9. 2002 - ब्रिटिश प्रधानमंत्री टोनी ब्लेयर भारत पहुँचे।
  10. 1999 - मंगल ग्रह पर भाप का विश्लेषण करने हेतु अमेरिकी यान 'मार्स पौसर लैंडर प्रोब' का प्रस्थान।
  11. 1998 - बांग्लादेश ने भारत को उल्फा महासचिव अनूप चेतिया को सौंपने से इन्कार किया।
  12. 1990 - पाकिस्तान में दो ट्रेनों की टक्कर में करीब 307 लोग मारे गए और उससे दोगुने घायल हुए।
  13. 1972 - नई दिल्ली में 'इंस्टिट्यूट ऑफ क्रिमिनालॉजी एंड फारेंसिक साइंस' का उद्घाटन हुआ।
  14. 1966 - भारत के प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री और पाकिस्तान के जनरल अयूब खान के बीच भारत-पाकिस्तान सम्मलेन की शुरूआत हुई।

4 जनवरी को जन्मे प्रमुख व्यक्ति

  1. 1993 - अपूर्वी चंदेला - भारतीय महिला निशानेबाज़, जिन्होंने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत का नाम रोशन किया है।
  2. 1988 - नाबिला जमशेद - भारतीय लेखक, जिन्होंने साहित्य की दुनिया में महत्वपूर्ण योगदान दिया।
  3. 1965 - आदित्य पंचोली - हिन्दी सिनेमा के प्रसिद्ध अभिनेता, जो अपनी अभिनय क्षमता के लिए मशहूर हैं।
  4. 1955 - प्रताप चन्द्र सारंगी - भारतीय सामाजिक कार्यकर्ता और राजनेता, जिन्होंने समाज की भलाई के लिए कई कार्य किए।
  5. 1952 - टी. एस. ठाकुर - भारत के 43वें मुख्य न्यायाधीश, जिन्होंने भारतीय न्यायिक प्रणाली में महत्वपूर्ण योगदान दिया।
  6. 1931 - निरुपा रॉय - प्रसिद्ध भारतीय अभिनेत्री, जो अपने दौर की प्रमुख अभिनेत्रियों में से एक थीं।
  7. 1929 - राममूर्ति त्रिपाठी - हिन्दी एवं संस्कृत के विद्वान और समालोचक, जिनका साहित्यिक योगदान महत्वपूर्ण रहा।
  8. 1925 - प्रदीप कुमार - हिन्दी फ़िल्मों के प्रसिद्ध अभिनेता, जिन्होंने कई memorable भूमिकाएँ निभाई।
  9. 1925 - गोपालदास नीरज - हिन्दी साहित्यकार, शिक्षक और कवि सम्मेलनों के मंचों पर काव्य वाचक एवं फ़िल्मों के गीत लेखक थे।
  10. 1924 - सेबास्तियन कप्पेन - एक धार्मिक विचारक, जिन्होंने भारतीय और वैश्विक धार्मिक सिद्धांतों पर विचार किए।
  11. 1916 - निलोफर (राजकुमारी) - तुर्की के ओट्टोमन राजसी वंश की आखिरी शहजादी, जिनका जीवन एक ऐतिहासिक धरोहर है।
  12. 1906 - विष्णु दामोदर चितले - प्रसिद्ध कम्युनिस्ट, स्वतंत्रता सेनानी, राष्ट्रवादी और राजनीतिज्ञ, जिनका भारतीय राजनीति में महत्वपूर्ण स्थान था।
  13. 1892 - जे.सी. कुमारप्पा - भारत के एक प्रमुख अर्थशास्त्री, जिन्होंने भारतीय अर्थव्यवस्था के विकास में योगदान दिया।
  14. 1889 - एम. पी. शास्त्री - भारत के भूतपूर्व दूसरे मुख्य न्यायाधीश, जिन्होंने भारतीय न्यायपालिका को मजबूत किया।
  15. 1887 - लोचन प्रसाद पाण्डेय - प्रसिद्ध साहित्यकार, जिन्होंने हिन्दी एवं उड़िया दोनों भाषाओं में काव्य रचनाएँ कीं।
  16. 1809 - लुई ब्रेल - नेत्रहीनों के लिए 'ब्रेल लिपि' का निर्माण करने वाले महान व्यक्ति, जिनकी खोज ने लाखों लोगों की जिंदगी बदल दी।

4 जनवरी को हुए निधन

  1. 2022 - सिंधुताई सपकाल - अनाथ बच्चों के लिए कार्य करने वाली मराठी सामाजिक कार्यकर्ता, जिनकी समाज सेवा के लिए उन्हें 'मातृशक्ति' का दर्जा प्राप्त था।
  2. 2017 - अब्दुल हलीम जाफ़र ख़ाँ - संगीत की दुनिया के प्रसिद्ध सितार वादक, जिन्होंने भारतीय शास्त्रीय संगीत को वैश्विक पहचान दिलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
  3. 2016 - एस. एच. कपाड़िया - भारत के 38वें मुख्य न्यायाधीश, जिन्होंने भारतीय न्याय व्यवस्था में कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए और न्यायपालिका को मजबूती दी।
  4. 2009 - सुधीर रंजन मजूमदार - भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के राजनीतिज्ञ, जिन्होंने राजनीति में लंबे समय तक योगदान दिया।
  5. 1994 - राहुल देव बर्मन (आर. डी. बर्मन) - हिन्दी फ़िल्मों के मशहूर संगीतकार, जिन्होंने सैकड़ों यादगार संगीत रचनाएँ दीं और भारतीय संगीत की धारा को नई दिशा दी।
  6. 1993 - नवलपक्कम पार्थसारथी - भारतीय आनुवंशिकीविद्, जिन्होंने अंतर्राष्ट्रीय चावल आयोग के कार्यकारी सचिव के रूप में चावल उत्पादन और आनुवंशिकी के क्षेत्र में योगदान दिया।
  7. 1991 - जयंतीलाल छोटेलाल शाह - भारत के 12वें मुख्य न्यायाधीश, जिनके नेतृत्व में कई ऐतिहासिक निर्णय लिए गए।
  8. 1983 - झाबरमल्ल शर्मा - राजस्थान के वयोवृद्ध साहित्यकार, पत्रकार और इतिहासकार, जिनकी कृतियाँ भारतीय साहित्य और इतिहास के महत्वपूर्ण हिस्से के रूप में मानी जाती हैं।
  9. 1967 - रामचंद्र कृष्ण प्रभु - गांधीजी के अनुयायी और प्रसिद्ध पत्रकार, जिन्होंने स्वतंत्रता संग्राम में सक्रिय भाग लिया और समाज सुधार के कार्य किए।
  10. 1931 - मोहम्मद अली - भारत के प्रसिद्ध स्वतंत्रता सेनानी, पत्रकार और शिक्षाविद्, जिन्होंने भारतीय समाज के उत्थान के लिए कई कार्य किए।
  11. 1905 - अयोध्याप्रसाद खत्री - खड़ी बोली के प्रसिद्ध कवि, जिन्होंने भारतीय साहित्य में अपनी विशिष्ट पहचान बनाई और कई महत्वपूर्ण काव्य रचनाएँ कीं।

4 जनवरी को हुए इन निधनों ने भारतीय समाज, राजनीति, साहित्य, संगीत, और अन्य क्षेत्रों में बड़ी क्षति पहुँचाई, लेकिन इन महान व्यक्तियों के योगदान ने उन्हें सदैव याद रखने योग्य बना दिया।

4 जनवरी के महत्वपूर्ण अवसर एवं उत्सव

  1. लुई ब्रेल दिवस - 4 जनवरी को 'लुई ब्रेल दिवस' मनाया जाता है, जो नेत्रहीनों के लिए 'ब्रेल लिपि' के आविष्कारक लुई ब्रेल की जयंती के रूप में मनाया जाता है। लुई ब्रेल ने 1824 में नेत्रहीन लोगों के लिए एक ऐसी लिपि का निर्माण किया, जिससे वे पढ़ और लिख सकते थे। इस दिन को मनाने का उद्देश्य ब्रेल लिपि के महत्व को समझाना और नेत्रहीन व्यक्तियों के अधिकारों और उनकी शिक्षा के लिए समाज में जागरूकता फैलाना है। लुई ब्रेल का योगदान आज भी लाखों लोगों के जीवन को बदलने में सहायक है।

FQCs (Frequently Asked Questions)

1. 4 जनवरी की महत्त्वपूर्ण घटनाएँ क्या थीं?

  • 2020: केन्द्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने नयी दिल्ली विश्व पुस्तक मेले का उद्घाटन किया। इस मेले का 28वां संस्करण था, और इसकी थीम 'गांधी: लेखकों के लेखक' थी।
  • 2020: भारतीय ऑल-राउंडर इरफ़ान पठान ने क्रिकेट के सभी प्रारूपों से संन्यास लेने की घोषणा की।
  • 2010: भारत में 'स्टॉक एक्सचेंज बोर्ड ऑफ इंडिया' के आदेश पर शेयर बाजारों के खुलने का समय एक घंटा पहले सुबह 9 बजे कर दिया गया।
  • 2009: पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी ने यूपीए से नाता तोड़ा।
  • 2008: गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी ने 18 नए मंत्रियों को शपथ दिलायी।
  • 2006: दुबई के शासक शेख़ मक्तूम बिन रशीद अल मकतूम का निधन हुआ।
  • 2004: भारत के प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी और पाक प्रधानमंत्री जमाली के बीच इस्लामाबाद में वार्ता आयोजित की गई।

2. 4 जनवरी को किसके जन्म हुए थे?

  • 1993: अपूर्वी चंदेला, भारतीय महिला निशानेबाज़।
  • 1988: नाबिला जमशेद, भारतीय लेखक।
  • 1965: आदित्य पंचोली, हिन्दी सिनेमा के प्रसिद्ध अभिनेता।
  • 1952: टी. एस. ठाकुर, भारत के 43वें मुख्य न्यायाधीश।
  • 1916: निलोफर (राजकुमारी), तुर्की के ओट्टोमन राजसी वंश की आखिरी शहजादी।

3. 4 जनवरी को किन प्रमुख व्यक्तियों का निधन हुआ था?

  • 2022: सिंधुताई सपकाल, मराठी सामाजिक कार्यकर्ता, जिनको 'मातृशक्ति' का दर्जा प्राप्त था।
  • 2017: अब्दुल हलीम जाफ़र ख़ाँ, प्रसिद्ध सितार वादक।
  • 2016: एस. एच. कपाड़िया, भारत के 38वें मुख्य न्यायाधीश।
  • 1994: राहुल देव बर्मन (आर. डी. बर्मन), प्रसिद्ध संगीतकार।
  • 1991: जयंतीलाल छोटेलाल शाह, भारत के 12वें मुख्य न्यायाधीश।

4. 4 जनवरी को कौन सा प्रमुख अवसर मनाया जाता है?

  • लुई ब्रेल दिवस: 4 जनवरी को 'लुई ब्रेल दिवस' मनाया जाता है। यह दिन नेत्रहीनों के लिए 'ब्रेल लिपि' के आविष्कारक लुई ब्रेल की जयंती के रूप में मनाया जाता है। लुई ब्रेल ने 1824 में नेत्रहीन लोगों के लिए ब्रेल लिपि का आविष्कार किया, जिससे वे पढ़ और लिख सकते थे।

5. 4 जनवरी के प्रमुख घटनाओं का असर किस क्षेत्र पर पड़ा था?

  • ये घटनाएँ भारतीय राजनीति, समाज, विज्ञान, खेल और साहित्य में महत्वपूर्ण बदलावों और योगदानों का प्रतीक हैं। जैसे इरफ़ान पठान का संन्यास भारतीय क्रिकेट जगत को प्रभावित करता है, तो लुई ब्रेल दिवस ने नेत्रहीन व्यक्तियों के लिए शिक्षा और समाज में जागरूकता फैलाने में मदद की।

6. 4 जनवरी के दौरान हुए कुछ ऐतिहासिक निर्णय क्या थे?

  • भारत में शेयर बाजारों के खुलने का समय एक घंटा पहले करने का निर्णय, पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी का यूपीए से नाता तोड़ना, और गुजरात में नए मंत्रियों को शपथ दिलाना कुछ ऐतिहासिक निर्णय थे जो 4 जनवरी के दिन हुए थे।

Post a Comment

0 Comments