छोड़ दीजिए – जीवन में सुकून पाने का एक मार्ग - Let go – a way to find peace in life

छोड़ दीजिए – जीवन में सुकून पाने का एक मार्ग

1. किसी को बार-बार समझाना

अगर कोई आपके समझाने के बाद भी नहीं समझता, तो बार-बार उन्हें समझाने का प्रयास करना छोड़ दीजिए। ज़िन्दगी में हर कोई हर चीज़ नहीं समझ सकता। दूसरों के विचार और समझ अपने-अपने अनुभवों पर निर्भर होती है। कुछ बातें समय के साथ खुद समझ आ जाती हैं।

2. बच्चों के निर्णयों में हस्तक्षेप

जब बच्चे बड़े हो जाते हैं और अपने फैसले खुद लेने लगते हैं, तो उनके निर्णयों में अत्यधिक हस्तक्षेप करना छोड़ दीजिए। उन्हें अपने अनुभवों से सीखने का मौका दें। हर निर्णय सही नहीं होता, लेकिन सीखने का सबसे अच्छा तरीका स्वयं के निर्णयों से ही है।

3. विचारों का मेल न होना

हर व्यक्ति के साथ आपके विचार नहीं मिल सकते। कुछ लोग आपके विचारों को समझेंगे, कुछ नहीं। यदि एक-दो लोग आपके विचारों से सहमत नहीं हैं, तो इसे दिल पर लेना छोड़ दीजिए।

4. पीठ पीछे बात करने वाले लोग

अगर लोग आपकी पीठ पीछे गलत बातें कहते हैं, तो इस पर ध्यान देना छोड़ दीजिए। सच्चाई और आपके कर्म ही आपके चरित्र को परिभाषित करते हैं, न कि दूसरों की बातें।

5. भविष्य की चिंता

जब अपने हाथ में कुछ भी नहीं होता है, तो भविष्य की चिंता करना छोड़ दीजिए। वर्तमान में रहना और अपनी क्षमताओं के अनुसार काम करना ही सच्चा सुख है। अनावश्यक चिंता केवल मानसिक तनाव बढ़ाती है।

6. अपेक्षाएं कम रखें

अगर आपकी इच्छाएं आपकी क्षमता से अधिक हैं, तो अपनी अपेक्षाओं को नियंत्रित करना सीखें। बहुत अधिक अपेक्षाएं रखने से निराशा होती है। इसलिए जितना आपके बस में है, उतना ही चाहें और इसके लिए मेहनत करें।

7. तुलना करना

हर किसी का पद, कद और स्तर अलग होता है। अपने जीवन को दूसरों से तुलना करके आंकना छोड़ दीजिए। अपनी योग्यता और सामर्थ्य के अनुसार जीवन में आगे बढ़ें।

8. बढ़ती उम्र में चिंता

बढ़ती उम्र के साथ अपनी जिंदगी का आनंद लेना सीखें। रोज़मर्रा के खर्च और जमा पूंजी की चिंता करना छोड़ दीजिए। बढ़ती उम्र के साथ सुकून से जीना और वर्तमान का आनंद लेना ही जीवन का असली उद्देश्य होना चाहिए।

9. उम्मीदों का बोझ

उम्मीदें रखना स्वाभाविक है, लेकिन ज्यादा उम्मीदें रखने से दुख और निराशा होती है। अगर सुकून से रहना चाहते हैं, तो उम्मीदें कम रखें। जितना कम अपेक्षाएं होंगी, उतना ही आपके लिए जीवन सुखद रहेगा।


जब जीवन को सरलता से जिया जाए, तो उसमें सच्चा आनंद आता है। अगर आप भी जीवन में इन छोटी-छोटी बातों पर ध्यान देना छोड़ देंगे, तो यकीन मानिए आपका जीवन सुखी और सुकून भरा हो जाएगा।

छोड़ दीजिए, जीने का सही तरीका अपनाइए!

🙏🏼 l *छोड़ दीजिए* 🙏🏼
एक दो बार समझाने से यदि कोई नही समझ रहा है तो सामने वाले को समझाना,
          🙏🏼 *छोड़ दीजिए* 🙏🏼
बच्चे बड़े होने पर वो ख़ुद के निर्णय लेने लगे तो उनके पीछे लगना,
           🙏🏼 *छोड़ दीजिए।* 🙏🏼
 गिने चुने लोगों से अपने विचार मिलते हैं, यदि एक दो से नहीं जुड़ते तो उन्हें,
         🙏🏼 *छोड़ दीजिए।* 🙏🏼 
 एक उम्र के बाद कोई आपको न पूछे या कोई पीठ पीछे आपके बारे में गलत कह रहा है तो दिल पर लेना,
          🙏🏼 *छोड़ दीजिए।* 🙏🏼 
अपने हाथ कुछ नहीं, ये अनुभव आने पर भविष्य की चिंता करना,
          🙏 *छोड़ दीजिए।* 🙏🏼 
यदि इच्छा और क्षमता में बहुत फर्क पड़ रहा है तो खुद से अपेक्षा करना,
         🙏🏼 *छोड़ दीजिए।* 🙏🏼
हर किसी का पद, कद, 
मद, सब अलग है इसलिए तुलना करना,
         🙏🏼 *छोड़ दीजिए।*🙏🏼 
बढ़ती उम्र में जीवन का आनंद लीजिए, रोज जमा खर्च की चिंता करना,
          🙏🏼 *छोड़ दीजिए।* 🙏🏼
उम्मीदें होंगी तो सदमे भी बहुत होंगे, यदि सुकून से रहना है तो उम्मीदें करना,
           🙏 *छोड़ दीजिए।**🙏🏻

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