📚 पढ़ाई में मन नहीं लगता? क्या करें? ❔
पढ़ाई में मन नहीं लगता, यह कई के साथ होता है,
पर याद रखो, शिक्षा की सीढ़ी से सपनों तक पहुंचा जा सकता है।
थोड़ी मेहनत करो, भविष्य में संभावनाएं होंगी अनगिनत,
लक्ष्यों को याद कर, खुद को प्रेरित करो, यही है जीवन का मंत्र।
जब पढ़ाई में मन ना लगे, लक्ष्य को सहेज लो,
सपनों की ओर बढ़ने का रास्ता खुद समझ लो।
हर सफल व्यक्ति ने इसे गंभीरता से लिया,
आगे बढ़ने का मार्ग यही है, इसे सही से जी लिया।
⬇️ छोटे-छोटे कदम उठाओ:
एक समय में टास्क छोटे-छोटे सेट करो,
पूरा दिन की चिंता छोड़ो, एक चैप्टर पर ध्यान दो।पढ़ाई के बीच में ब्रेक छोटे-छोटे लो,
ताकि दिमाग तरोताजा रहे, मन को ताजगी का अहसास हो।पढ़ाई को बनाओ रोचक, अपनाओ नए तरीके,
म्यूजिक के साथ पढ़ाई, विजुअल एड्स, या दोस्त के साथ पढ़ाई की संजीवनी लेके।
याद रखो, यह समय कभी वापस नहीं आएगा,
मेहनत आज, भविष्य की नींव बनेगा।
अपनी पढ़ाई को सपनों की चाबी मानो,
खुद को प्रेरित करो, सफलता तुम्हारी राह तक रही है।
भविष्य की तस्वीर साफ-साफ देखो, हर दिन एक कदम आगे बढ़ाओ,
मेहनत करो, खुद को साबित करो, सपने तुम्हारी मेहनत का इंतजार कर रहे हैं।
मूर्खता के दस लक्षण
मूर्खता के लक्षण बड़े आसान हैं पहचानने,
खुद को सबसे बुद्धिमान मानते, यही है पहला संकेत।
जो मन में आए सो सच मान लेते,
सच्चाई से दूर, अपने भ्रम में ही जीते।
कोई सुने या ना सुने, बेवजह बोलते जाते,
अविवेक की राह पर निरंतर बढ़ते जाते।
हर किसी को अकड़ दिखाते, खुद को श्रेष्ठ मानते,
सच्चाई की कद्र नहीं, सिर्फ दिखावा करते जाते।
लड़ाई के बहाने हर पल ढूंढते रहते,
शांति और प्रेम से दूर, हमेशा झगड़े करते।
अच्छे काम में भी कमी निकालते,
खुशियों की जगह नकारात्मकता ही फैलाते।
बिना जाने किसी को जज कर लेते,
दूसरों की बुराई में ही अपना समय बर्बाद कर लेते।
संबंधों की कीमत समझे बिना सलाह देते,
अन्य लोगों की समस्याओं में ही घुसते।
जो इज़्ज़त देगा उसकी बेज्जती करेंगे,
खुद से अमीर की चापलूसी ही करेंगे।
दसवां लक्षण छुपा है, आप हमें बताएं,
मूर्खता की परिभाषा को और भी स्पष्ट करें।
गुस्से की ताकत
ज़रूरी नहीं हर बार प्यार से ही समझाया जाए,
कभी-कभी गुस्से की भी जरूरत होती है, खुद को जगाने के लिए।
अपने सपनों को हासिल करने के लिए, खुद को साबित करने के लिए,
दुनिया हर बार तुम्हें गिराने की कोशिश करेगी,
लेकिन याद रखना, तुम्हारे अंदर का गुस्सा तुम्हारी ताकत बन सकता है।
जब तुम्हें लगे कि सब कुछ खत्म हो गया है,
तब अपने अंदर के उस गुस्से को जगा लो,
जो तुम्हें फिर से खड़ा कर सके,
तुम कमजोर नहीं हो, तुम हारे नहीं हो,
तुम्हारे अंदर वो आग है जो पूरी दुनिया को बदल सकती है।
उठो, जागो और तब तक मत रुको,
जब तक मंजिल हासिल ना हो जाए।
तुम्हारी हार तुम्हारी जीत का रास्ता है,
हर ठोकर, हर असफलता तुम्हें और मजबूत बना रही है।
अपने अंदर के उस गुस्से को पहचानो,
उसे अपनी ताकत बनाओ और दुनिया को दिखा दो,
कि तुम क्या कर सकते हो।
सपनों की मेहनत
क्या तुम सोचते हो कि तुम्हारे सपने आसानी से पूरे हो जाएंगे?
अगर हाँ, तो तुम गलत हो, दुनिया में कुछ भी आसानी से नहीं मिलता।
मेहनत करो, पसीना बहाओ,
और साबित करो कि तुममें दम है, जो लोग हार मान लेते हैं,
वो कभी जीत नहीं पाते।
खुद पर भरोसा रखो और अपनी काबिलियत दिखाओ।
तुम्हारे अंदर वो ताकत है जो पहाड़ों को भी हिला सकती है,
आज नहीं तो कल, सफलता तुम्हारे कदम चूमेगी।
याद रखो, कोई भी तुम्हारे सपनों को तुमसे छीन नहीं सकता,
जब तक तुम खुद हार नहीं मान लेते।
उठो, जागो, और तब तक मत रुको,
जब तक मंजिल हासिल ना हो जाए।
अब समय है खुद को साबित करने का,
अपने सपनों को हकीकत में बदलने का।
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